होशवालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज हैं इश्क कीजिये फिर समझिये, जिन्दगी क्या चीज हैं उनसे नज़रे क्या मिली, रोशन फिजायें हो गयी आज जाना प्यार की जादूगरी क्या चीज हैं खुलती जुल्फों ने सिखाई, मौसमो को शायरी झुकती आँखों ने बताया, मयकशी क्या चीज हैं हम नजर से कह ना पाए, उन से हाल-ए-दिल कभी और वो समझे नहीं, ये खामोशी क्या चीज हैं
इतना ना मुझ से तू प्यार बढ़ा, के मैं एक बादल आवारा कैसे किसी का सहारा बनू, मैं खुद बेघर बेचारा इसलिए तुझ से मैं प्यार करू, के तू एक बादल आवारा जनम जनम से हूँ साथ तेरे, हैं नाम मेरा जल की धारा मुझे एक जगह आराम नहीं, रुक जाना मेरा काम नहीं मेरा साथ कहा तक दोगी तुम मैं देस बिदेस का बंजारा ओ नील गगन के दीवाने, तू प्यार ना मेरा पहचाने मैं तब तक साथ चलू तेरे, जब तक ना कहे तू मैं हारा क्यों प्यार में तू नादान बने, एक पागल का अरमान बने अब लौट के जाना मुश्किल हैं, मैने छोड़ दिया हैं जग सारा
No comments:
Post a Comment